एलियंस का नाम सुनते ही दिमाग में एक अजीब सी इमेज आने लगती है, और मन कुछ अलग सोचने लगता है। क्या वाकई में एलियंस हैं , या ये सिर्फ हमारा वहम है. क्या वाकई में दुसरे प्लेनेट से प्राणी कभी आये थे? जाने कितने सवाल मन में आने लगते हैं। बचपन से सुनता आ रहा हूँ एलियंस के बारे में। बचपन से ही बहुत कुछ जानने का मन था इस बारे में। आज ऐसे ही खाली बैठा था। एकदम से मेरी नज़र भगवान की फोटो पर पड़ी। और जाने कितने सवाल मन में गुजने लगे। कभी कभी लगता है कि कोई हमें ऊपर से देख रहा है। कभी कभी लगता है हम आख़िरकार आये कहाँ से हैं।
क्या मैट्रिक्स मूवी की तरह हम भी इमेजिनरी वर्ल्ड में वास करते हैं? हम भगवान् को खुश रखने के लिए उनकी पूजा करते हैं या एलियंस को खुश रखने के लिए उनकी पूजा करते हैं। ऐसी बात नहीं है की मै भगवान् को नही मानता। बल्कि मै तो शिव जी का बहुत बड़ा भक्त हु। लेकिन कभी कभी जिंदगी में ऐसी ऐसी घटनाएं हो जाती हैं की हम ये सोचने पर मजबूर हो जाते हैं की हाँ वाकई में एलियन नाम की कोई चीज़ होती है।
अक्सर कोई घटना हमारे साथ घटित होती है तो हमें ऐसा क्यों लगता है कि ये घटना पहले हो चुकी है या हमने इसे पहले कहीं देखा है, क्या ये सब हम पहले सपनो में देख चुके होते है। या सिर्फ हमारा वहम है।
क्या सुबह के सपने वाकई में सच होते हैं? ऐसी जाने कितने सवाल हमारे मन में उठते हैं और हम इसे इग्नोर कर देते हैं।
मै कुछ वर्षो से इसी बारे में रिसर्च कर रहा हू। और तलाश कर रहा हू एलियंस होने के प्रूफ की।
मुझे ऐसा लगता है एलियंस हम ही है पिछले कुछ वर्षो पहले अमेरिका में एक एलियन का शव मिला था।
जिसकी व्याख्या वैज्ञानिको ने इस प्रकार की -
१) एलियन के २ बड़ी बड़ी आँखें।
२) २ हाथ , १ नाक , १ मुह।
३) और आदमी सा दिखने वाला दुबला पतला शरीर।
ले , ये कैसी व्याख्या कर दी वैज्ञानिको ने. ये तो इंसानों जैसा लगता है।
लेकिन यही ट्रुथ है। मुझे लगता है भविष्य में हम भी कुछ इसी टाइप से लगने लगेंगे। अगर हम टेक्नोलॉजी के इसी प्रकार गुलाम बने रह तो।
भविष्य में इंसान कुछ इसी तरह से लगने लगेगा। क्या पता भविष्य में हम टाइम मशीन का आविष्कार कर ले और अपना past देखने के लिए फ्यूचर से भूतकाल में जाए और न्यूटन , आइंस्टीन को स्टुडेंट्स को परेशान करने वाले फार्मूला बताये ताकि फ्यूचर में हम भी अपनी धरती के बारे में जान सके।
क्या हवाई जहाज़ का आविष्कार अपने आप हो गया ? क्या टीवी अपने आप बन गया। हम ENGINEERS के लिए सिर्फ कैलकुलेटर बनाना ही इतना कठिन लगता है तो हवाई जहाज़ बनाना तो बहुत दूर की बात है।
क्या एलियंस ने WRIGHT BROTHERS को हवाई जहाज़ बनाने का फार्मूला दिया था। मुझे समझ नहीं आ रहा उन्होंने हवाई जहाज़ इतनी आसानी से बना कैसे लिया।
टीवी तो हम डेली देखते हैं। इसमें यूज़ किये जाने वाले सिस्टम के बारे में J L BAIRD को कैसे पता चला ? क्या एलियंस ने आकर उन्हें बताया कि इस तरह टेलीविज़न बनेगा ?
सवाल तो बहुत हैं जिसका कोई अंत नहीं है।
बाकी अगले ब्लॉग में पढ़े।
To be continued . . .
भविष्य में इंसान कुछ इसी तरह से लगने लगेगा। क्या पता भविष्य में हम टाइम मशीन का आविष्कार कर ले और अपना past देखने के लिए फ्यूचर से भूतकाल में जाए और न्यूटन , आइंस्टीन को स्टुडेंट्स को परेशान करने वाले फार्मूला बताये ताकि फ्यूचर में हम भी अपनी धरती के बारे में जान सके।
क्या हवाई जहाज़ का आविष्कार अपने आप हो गया ? क्या टीवी अपने आप बन गया। हम ENGINEERS के लिए सिर्फ कैलकुलेटर बनाना ही इतना कठिन लगता है तो हवाई जहाज़ बनाना तो बहुत दूर की बात है।
क्या एलियंस ने WRIGHT BROTHERS को हवाई जहाज़ बनाने का फार्मूला दिया था। मुझे समझ नहीं आ रहा उन्होंने हवाई जहाज़ इतनी आसानी से बना कैसे लिया।
टीवी तो हम डेली देखते हैं। इसमें यूज़ किये जाने वाले सिस्टम के बारे में J L BAIRD को कैसे पता चला ? क्या एलियंस ने आकर उन्हें बताया कि इस तरह टेलीविज़न बनेगा ?
सवाल तो बहुत हैं जिसका कोई अंत नहीं है।
बाकी अगले ब्लॉग में पढ़े।
To be continued . . .
- दिव्यांशु बरनवाल
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